विचारो की अभिव्यक्ति के लिए आप सभी को धन्यवाद आप सभी के विचार ही मुझे प्रोत्साहित करते है!....

गुरुवार, 21 जुलाई 2011

खुद को पह्चाने


लेखिका कमलादास के पास एक किशोरी आई , जो जीवन  से निराश थी ! उसे लगता था की उसकी छबी एक अच्छी  लड्की की नही है ! कमला ने उससे कहा - तुम जिन पाँच बातो  से सर्वाधिक  नफरत करती  हो वो मुझे बताओ ! लड्की ने कहा - मुझे अपनी आन्टी  से  सर्वाधिक नफरत है , वह मुझे पसंद नही करती! लेखिका ने कहा "तुम वो पांच बाते बताओ जिनसे तुम्हे खुशी मिलती है ! लड्की ने कहा मुझे सिन्दुरी आम सबसे प्यारा है " कमला ने फिर कहा -आत्महत्या करने से पहले सिर्फ मेरी एक बात मान लो ! कल सुबह सिन्दुरी आम लेकर आन्टी के घर जाओ ! लड्की ने चिलाते हुए कहा - मै उनसे नफरत करती हु क्यु जाउँ वन्हा  ! लेकिन लेखिका ने उसे किसी तरह उसे राजी कर लिया ! एक हफ्ते बाद वो लड्की उसे साईकिल चल्ती हुई नजर आई , तो उन्होने  चौंकते  हुए सवाल किया ! इस पर लड्की ने जबाब दिया की आपकी तरकीब काम कर गई ! आन्टी से मिल्ने के बाद ही पता चला की वह कितनी अच्छी है ! अर्थात 
हम किस्सी भी व्यक्ति के बारे मे दुर से ही आकलन नही कर सकते की उस व्यक्ति का स्वभाव  कैसा है ! तथा वह हमारे साथ्  मे कैसा  व्यवहार करेगा !जब की किसी को बेहतर तरिके से जानने के लिए उसे करिब से जानना सबसे जरुरी होता है !  
Mani Bhushan Singh

4 टिप्‍पणियां:

  1. हम किस्सी भी व्यक्ति के बारे मे दुर से ही आकलन नही कर सकते की उस व्यक्ति का स्वभाव कैसा है ! तथा वह हमारे साथ् मे कैसा व्यवहार करेगा !जब की किसी को बेहतर तरिके से जानने के लिए उसे करिब से जानना सबसे जरुरी होता है !
    SAHI KAHA AAPNE

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  2. आपका तहे दिल से शुक्रिया मेरे ब्लॉग पे आने के लिए और शुभकामनाएं देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद/शुक्रिया..

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  3. 9 दिन तक ब्लोगिंग से दूर रहा इस लिए आपके ब्लॉग पर नहीं आया उसके लिए क्षमा चाहता हूँ ...आपका सवाई सिंह राजपुरोहित

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  4. प्रेरक लघु कथा ...
    बिलकुल सही लिखा है आपने

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